डॉक्टरों ने लगाया डीएम पर सिविल सर्जन को अपमानित करने का आरोप

कोरोना महामारी से लड़ रहे चिकित्सकों ने जिलाधिकारी पर सिविल सर्जन को अपमानित करने का आरोप लगाया है। बिहार राज्य स्वास्थ सेवा संघ (भासा) के जिलाध्यक्ष डॉ. हरेराम कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीएम के द्वारा  सिविल सर्जन को अपमानित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के बीच चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात मेहनत कर इससे निजात दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ डीएम चिकित्सकों पर अनावश्यक दबाव बनाकर अपमानित कर रहे हैं। 



उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से बार-बार गाइडलाइन में बदलाव किया जा रहा है। इसके बावजूद चिकित्सक व स्वस्थकर्मी लगातार कोरोना से बचाव में योद्धा की तरह काम कर रहे हैं। भासा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सोमवार की रात सिविल सर्जन के अलावा अन्य अधिकारियों से डीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इस दौरान डीएम ने सिविल सर्जन के साथ असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए अपमानित किया। इससे चिकित्सक काफी व्यथित हैं। उन्होंने  स्पष्ट रूप से कहा कि अगर डीएम हमें  प्रोत्साहित नहीं कर सकते हैं तो हतोत्साहित भी न करें और न ही किसी भी अधिकारी को बेइज्जत करें। 


इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम अरविंद वर्मा ने कहा कि यह विपदा की घड़ी है और इस समय किसी भी परिस्थिति में किसी भी अधिकारी के द्वारा चिकित्सकों को हतोत्साहित करने का काम नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके दो रास्ते हो सकते हैं। लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर या तो कार्रवाई की जाए या थोड़े कड़े शब्दों में उन्हें समझाया जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी लोग अच्छा काम कर रहे हैं।